तत्पश्चात् लेखा परीक्षित लेखे २५-३-८३ को महालेखाकार, हिमाचल प्रदेश तथाचण्डीगढ़ को उसकी टिप्पणियों हेतु हस्तान्तरित किए गए.
2.
1. इस वर्ष 2008 से 2009 तक के लिए वार्षिक लेखा परीक्षित लेखे को पारित किया गया।
3.
आस्था आधारित संगठनों का कहना है कि लेखा परीक्षित लेखे प्रदान करने में सरकार देरी केन्या धन में करोड़ों डॉलर खो करने के लिए कारण सकता है.
4.
वर्ष १९८०-८१हेतु वार्षिक प्रतिवेदन तथा उसी वर्ष के लेखा परीक्षित लेखे भी ५ जुलाई, १९८२ को सभा पटल पर रखे गए थे न कि मार्च, १९८२ को जैसे कि पहले समिति नेसिफारिश की थी.
5.
निगम की संस्था के अनुच्छेदोंके अनुच्छेद ६७ (३) तथा समवाय अधिनियम १९५६ के उपबन्धों की शर्तों केअनुसार समवाय के समा-~ वेश्न के दिनांक से १८ मास के भीतर निगम की प्रथमवार्षिक सामान्य बैठक होनी थी, इस कारण वर्ष १९८०-८१ हेतु वार्षिकप्रतिवेदन तथा लेखा परीक्षित लेखे भी मार्च, १९८२ की अपेक्षा १५ जुलाई, १९८२ को सभा-पटल पर रखे गए.